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अयोध्या। उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या विधानसभा क्षेत्र के लिए 2451.85 करोड़ रुपये की लागत वाली विशाल विकास परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं का मुख्य फोकस सड़कों का उच्चीकरण और चौड़ीकरण है, जिससे तीर्थनगरी में आवागमन और भी सुगम हो जाएगा। इन सभी परियोजनाओं पर चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
यह महत्वपूर्ण निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 26 जुलाई को अयोध्या और देवीपाटन मंडल के विधायकों के साथ हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया।
प्रमुख सड़कों का होगा कायाकल्प
अयोध्या के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इन स्वीकृत परियोजनाओं में लंबे समय से लंबित कई सड़कें और संपर्क मार्ग शामिल हैं, जो यहां के निवासियों और श्रद्धालुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। जिन प्रमुख सड़कों को स्वीकृति मिली है, उनमें:
- टेढ़ी बाजार-अशर्फी भवन-पोस्ट ऑफिस मार्ग का निर्माण 124.09 करोड़ रुपये की लागत से होगा।
- रानोपाली-विद्याकुंड-दर्शन नगर-भरतकुंड मार्ग को 1156 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त, कनक भवन से श्रीराम जन्मभूमि त्रिदंडी देव भवन मार्ग, एनएच-27 से रामघाट-दिगंबर अखाड़ा मार्ग, रानोपाली-बाग बिजैसी से रेलवे स्टेशन, मोहबरा-टेढ़ी बाजार आरओबी की सर्विस लेन, तथा अशर्फी भवन गोला घाट से अशर्फी भवन तक की सड़कों के चौड़ीकरण को भी मंजूरी मिल गई है।
कैंट क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों का भी होगा विकास
विधायक ने बताया कि अयोध्या कैंट क्षेत्र में भी विकास की नई लहर आएगी। देवकाली-जेल रोड, रिकाबगंज-फतेहगंज, रिकाबगंज-चौक, रीडगंज-गुलाबबाड़ी, मछली मंडी-जमथरा घाट, नियावां पाटेश्वरी मंदिर से पोस्ट ऑफिस रामपथ तक फोर लेन, और मोदहा-मऊशिवाला मार्ग का चौड़ीकरण भी इसी वित्तीय वर्ष में शुरू होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सुधारने के लिए बनबीरपुर, सूर्यकुंड और हलकारा का पुरवा में दो लेन के रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही, पुराने सरयू पुल के समानांतर नए पुल के लिए 273 करोड़ रुपये की लागत से पहुंच मार्ग बनाया जाएगा। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्र की 10 नई सड़कों का निर्माण भी शामिल है।
अयोध्या के चहुंमुखी विकास की ओर कदम
विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने जोर देकर कहा कि ये परियोजनाएं न केवल अयोध्या के चहुंमुखी विकास को गति देंगी, बल्कि तीर्थनगरी में आने-जाने वाले लोगों के लिए आवागमन को भी अत्यंत सुगम बनाएंगी। इन परियोजनाओं से अयोध्या का स्वरूप और भव्य होगा, जो आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।